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Wednesday, April 11, 2012

कॉमन सेन्‍स :: जगदीश मण्‍डल


कॉमन सेन्‍स

बाबूजी, कॉमन सेन्‍स ककरा कहै छै
फड़ि‍या कऽ सि‍खा दि‍अ।
आइये इस्‍कूलमे सीखलौं
परि‍वारोमे बुझा दि‍अ।
घुसकबैत मुस्‍की घुसका पि‍ता
चारि‍ मोतीकेँ आठ बनौलनि‍।
ने अद्दी-गुद्दी आ ने अजोह
मुस्‍कुराइत गुरु मुँह खोललनि‍।
जि‍ज्ञासासँ मुँह उठा पुत्र
लोलक-बोल सुनए चाहलक।
जहि‍ना लोलमे बोर पड़ै छै
तहि‍ना अजोध शब्‍द उठौलक।
झपसि‍ पि‍ता जिज्ञासा पुत्रक
बरसौलनि‍ शीतल अश्रुकण।
कॉमन सेन्‍ससँ पकड़ि‍
अजोधक केलनि‍ पोस्‍ट-मार्टम।
एक पुत्र जनमै बीस बर्खमे
क्रमश: जनमै अन्‍त पचास।
की दुनूक बीच दुरि‍यो हेतै
अही प्रश्नमे हएब पास।
    ))((

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