गीत-
हे बहिना केना कऽ जेबइ ओइ घरबा
थुक फेकि जइ घर निकललौं
केना जेबइ ओइ दुअरबा हे बहिना
केना कऽ जेबइ ओइ घरबा
थुक फेकि...।
केना जेबइ....।
जनि-जनि बीआ वाणी-बानि
लतरै-चतरै छै फुलबतबा
सुबास-कुबास बनि-बनि
सभ किछु देलिऐ गमबा
हे बहिना केना कऽ जेबइ ओइ घरबा
पुरुखपात रहलै ने एक्को
करतै के बगबटबा
घरहरिया एको ने बॅचलै
बन्हतै के घरमरबा
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