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Tuesday, April 17, 2012

हे बहि‍ना :: जगदीश प्र. मण्‍डल


गीत-

हे बहि‍ना केना कऽ जेबइ ओइ घरबा
थुक फेकि‍ जइ घर नि‍कललौं
केना जेबइ ओइ दुअरबा हे बहि‍ना
केना कऽ जेबइ ओइ घरबा
थुक फेकि‍...।
केना जेबइ....।
जनि‍-जनि‍ बीआ वाणी-बानि‍‍
लतरै-चतरै छै फुलबतबा
सुबास-कुबास बनि‍-बनि‍
सभ कि‍छु देलि‍ऐ गमबा
हे बहि‍ना केना कऽ जेबइ ओइ घरबा
पुरुखपात रहलै ने एक्को
करतै के बगबटबा
घरहरि‍या एको ने बॅचलै
बन्‍हतै के घरमरबा

हे बहि‍ना केना कऽ जेबइ ओइ घरबा।

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