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Saturday, January 17, 2015

अछि मुदा सबहक एक :: उमेश मण्‍डल

अछि मुदा सबहक एक


गामक देश
भारत बेस
अपना-अपना आँखिए देख
गामक देश
भारत बेस
भाय देखि-देखि, भाय देखि-देखि...।

नदी अनेक
नाला अनेक
उद्गम अछि मुदा सबहक एक
धार अनेक
धारा अनेक
लक्ष्‍य अछि मुदा सबहक एक
गामक देश
भारत बेस
भाय...।

काज अनेक
बेवहार अनेक
विधि अछि मुदा सबहक एक
बाट अनेक
बटोही अनेक
मंजिल अछि मुदा सबहक एक
गामक देश
भारत बेस
भाय...।

चुल्हि अनेक
व्‍यंजन अनेक
स्‍वस्‍थ रहब अछि मुदा सबहक उदेस
रोग अनेक
औषधि अनेक
वैद्य अनेक
वैदशाला अनेक
पथ्‍य-परहेज अछि मुदा सबहक एक
गामक देश
भारत बेस
भाय...।

कर्म अनेक
धर्म अनेक
मर्म अछि मुदा सबहक एक
गाम अनेक
राज्‍य अनेक
राष्‍ट्र अछि मुदा सबहक एक
गामक देश
भारत बेस
     भाय...।

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